
Originalmente publicado en Retiredकलम: source : Google.com गुलाम हुआ है इंसान कुछ इस कदर मोबाइल का रिश्ते मिलने को तरसते है, चाय के टेबल पर यह सच है दोस्तों कि आज कल एक छोटी सी निर्जीव वस्तु ने हम सब को अपना गुलाम बना रखा है | ?हमें अपनों से इसने कब दूर कर दिया…
# हम भी गुलाम है # — Retiredकलम
Yes, We are the slave of this mobile..
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Yes
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